राहुल का इंदिरा कार्ड |
January 14 2012 |
यूपी में अगड़ी जातियों खासकर ब्राह्मणों को लुभाने के लिए कांग्रेसी युवराज राहुल गांधी अब ‘इंदिरा कार्ड’ चल रहे हैं। राहुल जानते हैं कि कुशवाहा प्रकरण से राज्य के अगड़े मतदाताओं में भाजपा की खूब किरकिरी हुई है, इस दफे के चुनाव में ब्राह्मण मतदाताओं का रूख भी तय नहीं है, उन्हें फ्लोटिंग वोटर्स माना जा रहा है जो क्षेत्र विशेष की हवा और प्रत्याशी को देखते हुए कहीं भी जा सकते हैं। राहुल जब इस दफे ब्राह्मण बहुल इलाकों में प्रचार कर रहे थे तो उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा का कुशवाहा प्रेम महज पिछड़े वोटरों को लुभाने का एक ढोंग भर था। राहुल ने लोगों को याद दिलाया कि वे इंदिरा गांधी के पोते व राजीव गांधी के बेटे हैं और वे यूपी में महज चुनाव जीतने नहीं आए हैं, यहां से उनका एक भावनात्मक रिश्ता भी है। कांग्रेस व राहुल को मालूम है कि यूपी में उनका कोई ‘वोट बैंक’ नहीं रह गया है, सो ऐसे समय में जबकि सपा, बसपा व भाजपा तीनों ही पार्टियां जहां पिछड़े वोटरों को लुभाने में जुटी है वहीं राहुल ने अपना फोकस सवर्ण मतदाताओं पर रखा है और कांग्रेसी युवराज ने कांग्रेस का प्रचार अभियान संभाल रही विज्ञापन एजेंसी से कहा कि वे खास सवर्ण मतदाताओं को ध्यान में रखकर अपना कोई ‘कैंपेन’ तैयार करें। |
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