भूल गए पासवान |
August 28 2012 |
टाजकल नेताओं में भूलने की बीमारी बढ़ गयी है,सदन में बोलते-बोलते अडवानी यह भूल गए िकवे यूपीए-1 के बारे में चर्चा कर रहे हैं या 2 के बारे में । इस कड़ी में एक और नेता का नाम जुड़ गया है वे हैं रामविलास पासवान जो पिछले काफी लंबे समय से राजनैतिक निर्वासन की पीड़ा झेल रह हैं। पिछले दिनों हुआ ऐसा कि ईद के मौके पर पासवान साहब ने उर्दू के एक अखबार के संपादक को फोन लगाया और उनसे कह बैठे ”होली मुबारक”संपादक जी चौके और बोले मतलब ? पासवान अपनी रौ में थे फिर से कह बैठे आपको होली की बहुत-बहुत मुबारकवाद ! अब संपादक जी से रहा नहीं गया, वे बोले पासवान जी यह होली नहीं ईद है,तब कहीं जाकर पासवान को अपनी गलती का अहसास हुआ । |
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