भाजपा का भीतरघाती? |
April 11 2012 |
भाजपा की आपसी गुटबाजी के चलते उत्तराखंड में उसकी सरकार बनते-बनते रह गई। उत्तराखंड संकट के दौरान बंगाली मार्किट के एक कोठी में (जो कि इस प्रभावशाली भाजपा नेता की है) नितिन गडकरी, इस भाजपा नेता और हरीश रावत की एक बेहद गुप्त मीटिंग हुई थी। पर इस भाजपा नेता ने मीटिंग की खबर अपने कांग्रेसी मित्र अहमद पटेल को लीक कर दी। उस वक्त हरीश रावत को 23 कांग्रेसी विधायकों का समर्थन बताया जा रहा था। जैसे ही यह खबर अहमद पटेल को लगी कांग्रेस का डैमेज कंट्रोल अभियान तेज हो गया, आनन-फानन में कांग्रेसी मैनेजरों ने रावत पर डोरे डाले और उनसे वादा किया गया कि सरकार में उन्हें महती हिस्सेदारी दी जाएगी। उनके 5 समर्थक विधायकों को मंत्री, हरक सिंह रावत को उप मुख्यमंत्री, उनकी पसंद का स्पीकर और प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा तथा उन्हें एक राज्यसभा सीट भी दी जाएगी। रावत मान गए। पर कांग्रेस अभी अपने सारे वायदे पूरे नहीं कर पाई है, न तो हरक सिंह उप मुख्यमंत्री बने न ही रावत समर्थक विधायकों को अच्छे मंत्रालय मिले। सो, रावत की नाराजगी जारी है। अब देखना है कि क्या भाजपा इस बहती गंगा में हाथ धो पाएगी? |
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