बेहुरा बनेंगे अप्रूवर? |
July 26 2011 |
एक राजा और रानी (कनिमोझी) को छोड़ दें तो 2जी मामले में तिहाड़ की हवा खा रहे हर शख्स की बस यही दिली तमन्ना है कि सीबीआई उसे अपना अप्रूवर बना ले। तिहाड़ की बंद दीवारें, उमस, गर्मी, कैद जिंदगी, बंधक सांसे, रोज-बरोज कोर्ट में हाजिरी का झंझट, बिजनेस लॉबी पर तो जैसे अप्रूवर बनने की ललक सवार है, पर सीबीआई बहुत पहले से ही ठोक-बजाकर अपना अप्रूवर चुनना चाहती थी। बिजनेस लॉबी पर उसे भरोसा नहीं था, सो सीबीआई की नजर टेलिकॉम अधिकारिायों पर टिकी थी, यानी चंदोलिया या बेहुरा, पर फिलवक्त तो यही लगता है कि इस खेल में बेहुरा ने बाजी मार ली है, वे सीबीआई वालों को ज्यादा रास आ रहे हैं। |
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