पराजय गोयल |
September 19 2010 |
असम में अपनी खासी किरकिरी करा चुके विजय गोयल ने पार्टी हाईकमान से गुहार लगाई है कि उन्हें असम के बजाए किसी अन्य प्रमुख राज्य का प्रभार दिया जाए। सूत्र बताते हैं कि गोयल की नजर में वैसे भी असम एक ‘ड्राई-स्टेट’ है, सो उनकी नजर एक मलाईदार स्टेट उत्तराखंड पर टिकी है, जहां भाजपा की सरकार है सो, बड़े सौदे-मसौदों के लिए वहां स्कोप भी ज्यादा है, और स्कूप कम हैं। कहते हैं गोयल की असम के चुनाव प्रभारी वरुण गांधी से नहीं पटी, सनद रहे कि जब ये दोनों नेता प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा लेने गुवाहाटी पहुंचे साथ-साथ, तो एयरपोर्ट पर एकत्रित तमाम भीड़, वाहन व समर्थक भाजपा के युवा गांधी बटोर ले गए और वहां एयरपोर्ट पर गोयल को रिसीव करने को भी कोई नहीं बचा, बाद में गोयल एक नैनो कार की सवारी कर मीटिंग-स्थल पर पहुंचे और उन्हें नैनो कार वाले को बकायदा पैसे चुकाने पड़े। यही तो सियासत है गोयल साहब, जहां नेता-जनता का फर्क बड़ा है, नेता रबड़ी-जलेबी से पट जाते हैं, पर जनता को युवा गांधी जैसा जुझारूपन चाहिए होता है। |
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