नारीवाद का भगवा अवसाद |
March 29 2010 |
नितिन गडकरी की नई टीम में मुखर नारीवाद को सुर, स्वर और चेहरा देने में दिग्गज भगवा नेताओं को एक महती भूमिका रही है। मसलन रंजना साही व आनंदी बेन पटेल के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की पैरवी काम आई, कभी स्व.प्यारे लाल खंडेलवाल व बंगारू लक्ष्मण की करीबियों में शुमार होने वाले सूरमा पहाड़ी के लिए वी. सतीश ने सबसे ज्यादा लॉबिंग की, किरण महेश्वरी के लिए वेंकैया नायडू ने जोर लगाया तो वाणी त्रिपाठी के लिए स्वयं अध्यक्ष जी इच्छुक थे, सरोज पांडे सौदान सिंह की पैरवी हैं तो सबको मालूम है कि अगर यूपी भाजपा महिला मोर्चा की प्रेमलता कटियार का नाम सिर्फ इस वजह से कट गया कि रामलाल साध्वी निरंजना ज्योति की अलख जगा रहे थे। |
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