जगन से अगन |
May 28 2012 |
जगन मोहन रेड्डी पर आय से अधिक संपत्ति का शिकंजा यूं अचानक नहीं कस गया है, इसकी कहानी पुरानी है। जैसे ही जगन और भाजपा के बीच खिचड़ी पकने लगी कांग्रेसी मैनेजर चौकस हो गए। समझा जाता है कि जब जगन ने अपने 18 समर्थक सांसदों की परेड भाजपाध्यक्ष नितिन गडकरी के समक्ष करवाई और उन्हें यह आश्वासन दिया कि वे राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार का साथ देने को तैयार हैं, तब से जगन के मामले में सीबीआई का शिकंजा और कस गया है। कांग्रेसी मैनेजरों ने जगन से साफ कह दिया है कि या तो वे यूपीए के राष्ट्रपति प्रत्याशी को समर्थन दें या फिर जेल जाने को तैयार रहें। जगन समर्थक बारंबार यह गुहार लगा रहे हैं कि यह सारी संपत्ति तो वाईएसआर के जमाने की है, तब कांग्रेस पोषित सरकार ने उनके ऊपर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की थी? |
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