जगन पर अगन |
June 04 2012 |
जगन पर तमाम सितम ढाने के बाद भी आंध्र प्रदेश को लेकर कांग्रेस में सर्वत्र चिंता का आलम व्याप्त है, कुछ इसके लिए गुलाम नबी आजाद के ढुलमुल रवैए को जिम्मेदार बता रहे हैं तो कुछ कांग्रेसी ऐसे भी हैं जिन्हें लगता है कि जगन के मुद्दे पर 10 जनपथ ने कुछ ज्यादा ही सख्ती बरतने के निर्देश दे दिए। नहीं तो जगन के कांग्रेस में कई शुभचिंतक थे जो उन्हें काएदे से समझा-बुझा सकते थे। मसलन वीरप्पा मोइली, अहमद पटेल व राजीव शुक्ला आदि। आंध्र के 18 उप चुनावों को लेकर पार्टी की घिग्गी बंधी हुई है, कांग्रेसियों को ही लग रहा है कि इस उप चुनाव में जगन 15-16 सीटें जीत सकते हैं। किरण रेड्डी को संभालने में भी अब तलक कांग्रेस आलाकमान विफल रहा है। जगन को परेशान करने के लिए कांग्रेस एक बड़ा दांव चल सकती है वह है आंध्र का बंटवारा यानी एक अलग तेलंगाना राज्य का गठन चाहे कुछ भी हो जगन आज भी राज्य में कम से कम सवा से डेढ़ सौ सीटें जीतने की स्थिति में हैं। यानी आंध्र में कांग्रेस का सूफड़ा साफ होता दिख रहा है। |
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