गडकरी बोलेंगे सॉरी |
June 22 2010 |
नितिन गडकरी को लेकर संघ की पेशानियों पर निरंतर बल पड़ते जा रहे हैं, भाजपा की पटना राष्ट्रीय अधिवेशन समाप्त होने से तुरंत बाद संघ का शीर्ष नेतृत्व गडकरी को नागपुर तलब कर सकता है। समझा जाता है कि एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए साक्षात्कार में गडकरी की लाइन तनिक फिसल गई थी और उन्होंने इस इंटरव्यू में यह मान लिया था कि अब मंदिर व हिंदुत्व पर पार्टी को वोट नहीं मिलने वाला लिहाजा पार्टी अब विकास के एजेंडा को आगे बढ़ाएगी और जरूरत पड़ी तो अल्पसंख्यकों को लुभाने की भी जुगत भिड़ाएगी, क्योंकि किसी भी प्रकार पार्टी को अपना वोट शेयर 10 फीसदी बढ़ाना है तभी वह 2014 में दिल्ली की तख्त का सपना देख सकती है। संघ को लगता है कि यह उसकी सुविचारित सोच पर चोट है, संघ को यह भी लगता है कि गडकरी अब पूरी तरह अडवानी, अनंत व अरुण के हाथों में खेल रहे हैं और वे सिर्फ वही सोच और बोल रहे हैं जो देश का कथित सेक्यूलर मीडिया उन्हें दिखा रहा है। |
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