…और अंत में |
March 16 2010 |
हमारे देश में आजादी के बाद से ही यह परंपरा चली आ रही है कि हमारी खुफिया एजेंसियां एक देशव्यापी जांच के आधार पर अवांछित व्यक्तियों की एक लिस्ट जारी करती हैं और इस लिस्ट को तमाम सरकारी महकमों में भेज दिया जाता है कि सरकारी दफ्तर व सरकारी अधिकारी अपने को इन व्यक्तियों से दूर रखें और इनसे किसी भी प्रकार का मेल जोल न बढाएं। पहले इस लिस्ट में वांछित व्यक्तियों की संख्या डेढ़ दर्जन तक होती थी, पर सीबीआई ने वांछित व्यक्तियों की इस वर्ष जो लिस्ट जारी की है उसमें यह संख्या 100 तक जा पहुंची है और नाम भी ऐसे कि आप सहज यकीन न कर पाएं। |
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