अमर की माया |
January 29 2010 |
जब से अमर सिंह को यह मालूम पड़ा है कि सपा और कांग्रेस में अंदर ही अंदर खिचड़ी पक रही है और इन दोनों पार्टियों में इस बात पर लगभग समझौता हो चुका है कि 2012 का यूपी विधानसभा चुनाव कांग्रेस और सपा मिलकर लड़ेगी और वह भी प्रदेश की आधी-आधी सीटों पर, तब से अमर ने कांग्रेस की ओर रुख करना बंद कर दिया है। और अब शशांक शेखर के मार्फत उन्होंने अपनी चिरपरिचित दुश्मन मायावती को संदेशा भिजवाया है कि साइकिल से उतारे जाने के बाद भी वे हाथी की सवारी गांठने को तैयार हैं, पर माया अब तक किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पाई है। |
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