लिखना मना है! |
September 14 2016 |
खान सचिव बलविंदर कुमार ने एक विचारोत्तेजक पुस्तक लिखी है-’अवेकनिंग ए थिंकिंग माईंड’, इस पुस्तक के विमोचन के लिए उन्होंने अपने विभाग के मंत्री पीयूष गोयल को आमंत्रित कर लिया। जब गोयल बोलने को खड़े हुए तो अपनी रौ में बस बोलते ही चले गए, उनका कहना था कि जब से केंद्र में मोदी जी की सरकार आई है, अधिकारियों ने अपने-अपने पसंदीदा शगलों पर विराम लगाकर बस काम पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। गोयल जी का कहना था कि अखबारों में खबरें छप रही है, सरकारी कार्यालयों में बातें हो रही है कि अब मंत्रालय के सचिवों का गोल्फ खेलना बंद हो गया है। कहते हैं मंत्री जी ने अपने विभागीय सचिव से पूछ ही डाला कि उन्होंने अपनी इतनी व्यस्त दिनचर्या में पुस्तक लिखने का वक्त कहां से निकाल लिया? कहते हैं कि लगे हाथ मंत्री जी ने बलविंदर कुमार को यह हिदायत भी दे डाली कि ’चलो एक किताब लिख ली तो कोई बात नहीं, पर अगर आगे भी यह उपक्रम दोहराया जाएगा तो यही माना जाएगा कि आप काम नहीं करते, बस लिखते रहते हैं। ’बलविंदर कुमार यकीनन उन लम्हों को कोस रहे होंगे जब उन्होंने अपनी पुस्तक के विमोचन के लिए अपने मंत्री जी का नाम पक्का किया होगा।’ |
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