मोदी की पसंद के नौकरशाह |
August 23 2015 |
केंद्र सरकार के कई हालिया फैसलों से भारतीय नौकरशाही में हड़कंप मचा हुआ है, पिछले दिनों जिस तरह एक रेलवे सर्विस के इंजिनियर अष्विनी लोहानी को एयर इंडिया का सीएमडी नियुक्त किया गया, उससे एक पल को नौकरशाही भौंचक नज़र आई। दरअसल, जब से नरेंद्र मोदी दिल्ली के निज़ाम पर काबिज हुए हैं उन्होंने पीएमओ को सख्त हिदायत दे रखी है कि किसी भी अफसर को किसी बड़े और जिम्मेदार पोस्ट पर लाने का सबसे बड़ा पैमाना उस अफसर की कार्यकुशलता और उसका ट्रैक रिकार्ड होना चाहिए। सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री ने इसके लिए एक विषेश व्यवस्था को अंजाम दिया है, प्रधानमंत्री कार्यालय में तैनात नृपेंद्र मिश्र व पी के मिश्रा तथा कैबिनेट सचिव अजित सेठ से प्रधानमंत्री स्वयं एक ’आब्जेक्टिव डाॅसियर’ मंगाते हैं, जिसमें किसी भी महत्त्वपूर्ण पद पर तैनाती के लिए इन तीनों व्यक्तियों को अपनी-अपनी लिस्ट में तीन व्यक्तियों के नाम देने होते हैं और उनसे संबंधित महत्त्वपूर्ण ब्यौरा भी पीएम को उपलब्ध कराना होता है। फिर प्रधानमंत्री स्वयं तय करते हैं कि अमुक पद के लिए कौन से अफसर का चुनाव ज्यादा मुफीद रहेगा, एयर इंडिया के नए सीएमडी को लेकर भी अफसरों में भयंकर लाॅबिंग थी, पर पीएम ने इन सभी लाॅबिंग, दबाव और पैरवी को नज़रअंदाज करते हुए लोहानी का सिर्फ इसीलिए चुनाव किया चूंकि लोहानी ने लगभग तबाह हो चुके मध्य प्रदेश पयर्टन विकास निगम की पूरी कायाकल्प कर दी थी, अब पीएम एयर इंडिया मामले में भी लोहानी से यही रिजल्ट चाहते हैं, देखना दिलचस्प रहेगा कि क्या लोहानी अपना पुराना करिष्मा दोहरा पाते हैं? |
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