…और अंत में |
April 21 2016 |
बाबूलाल मरांडी भी अब नीतीश के साथ आने में आना-कानी कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि पिछले दिनों सोनिया गांधी के राजनैतिक सचिव अहमद पटेल ने मरांडी से बात की और उनसे कहा कि ‘अगर वे अपनी पार्टी का विलय किसी अन्य दल में करने को तैयार हैं, तो फिर कांग्रेस में क्यों नहीं? झारखंड में कांग्रेस तो हर जगह है, जदयू कहां हैं?’ सूत्रों के मुताबिक फिर अहमद पटेल ने मरांडी से अपने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बात करवाई। अब एक बदले राजनैतिक परिदृश्य में मरांडी जदयू के कर्णधारों से पूछ रहे हैं कि अपनी पार्टी के जदयू में विलय के एवज में उन्हें क्या मिलेगा? क्या जदयू उन्हें ऊपरी सदन में भेजने को तैयार हैं? एक अनार और सौ बीमार, बिचारे नीतीश करें भी तो क्या? |
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