विस्मित करती स्मृति |
March 01 2016 |
संसद के दोनों सदनों में अपने अकाट्य तर्कों, भावुक भाव-भंगिमाओं, आक्रामक तेवरों और हथियारों के धार से मारक शब्दों से विपक्षी बेंचों को चित्त करने वाली स्मृति ईरानी मोदी-दरबार की नई स्टार हैं। सूत्र बताते हैं कि जब से एक पंडित ने स्मृति से कहा है कि घर से बाहर निकलने पर वे कुछ लाल जरूर धारण करें, नहीं तो कम से कम एक लाल बिंदी ही लगा लें, तो उनके आभा मंडल में एक अपेक्षित बदलाव परिलक्षित होगा। लाल के ओज से लैस स्मृति इन दिनों संघ की भी बेहद दुलारी बनकर उभरी हैं। सूत्र बताते हैं कि जेएनयू मुद्दे पर स्मृति का भाषण तैयार करवाने में और उन्हें जरूरी दस्तावेज मुहैया करवाने में संघ के भाजपा प्रभारी कृष्ण गोपाल की सबसे महती भूमिका मानी जा रही है। संघ के लिए हमेशा से मानव संसाधन विकास मंत्रालय अहम रहा है। वजह साफ है और विपक्षियों को इस बात का इल्म भी है कि शिक्षा ही भावी राजनीति की पटकथा लिख सकती है। अब इस पर शिक्षा के भगवाकरण का शोर उठे तो उठता रहे, यूपीए सरकार ने भी कब इन बातों की परवाह की थी। |
Feedback |