शाह की आह |
October 06 2015 |
बिहार चुनाव में पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह बिहार की चुनावी बिसात पर अपना हर दांव बेहद फूंक-फूंक कर चल रहे हैं। अमित शाह पार्टी नेताओं की असमय और असंयमित बयानबाजी को लेकर भी खासे नाराज़ बताए जाते हैं। एक अक्तूबर को शाह दिल्ली में थे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री से मिल कर उन्हें बिहार के ताजा चुनावी हालात से बाखबर करवाया। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने कम से कम तीन भाजपा नेताओं गिरिराज सिंह, आर.के.सिंह और शत्रुघ्न सिन्हा के रवैये की शिकायत प्रध्ाानमंत्री से की। शाह को अब भी इस बात को लेकर हैरानी है कि गिरिराज सिंह को आखिरकार ऐसे बयान देने की क्या जरूरत थी कि बिहार का अगला सीएम पिछड़ी जाति से होगा। शाह को लगता है कि गिरिराज के इस बयान के बाद सवर्णों में लालू को हराने का जज्बा किंचित मद्दिम पड़ गया है, शाह ने वैसे भी गिरिराज को इस बाबत कड़ी डांट लगाई है और उनसे पूछा है कि आखिरकार वे कब तक भाजपा का नुकसान करते रहेंगे? बिहार चुनाव के पहले चरण को लेकर जहां 12 अक्तूबर को चुनाव होने हैं, टीम शाह के हौंसले अब तलक बम-बम थे, पर पार्टी से निकले 13 बागियों ने उनकी नाक में दम कर रखा है। मोदी की 2 अक्तूबर की रैली से समां भाजपा गठबंधन के पक्ष में जरूर बंधा है, पर शाह इस माहौल को बनाए रखने की असल चुनौती से भी वाकिफ हैं। |
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