लाडवा से क्यों नाराज़ है संघ ? |
November 23 2015 |
शिकागो के अपने मित्र डा. भरत बिराई के साथ मिलकर तमाम यूरोपीय देशों और अमरीका में संघ के विचारों का परचम फहराने वाले और संघ के लिए घोषित-अघोषित तौर पर ढेर सारा पैसा इकट्ठा करने वाले लाडवा से संघ नेतृत्व इन दिनों क्यों नाराज़ है, सवाल यही सबसे बड़ा है। दरअसल, लाडवा की ब्रिटेन की लेबर पार्टी से व्यक्तिगत ताल्लुकात हैं, कहते हैं इस दफे जब मोदी लंदन आए तो कंजरवेटिव पार्टी के डेविड कैमरून ने भारतीय प्रधानमंत्री के लिए पलक पांवड़े बिछा दिए। सूत्र बताते हैं कि इन गर्मजोशियों के बीच ही ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने मोदी के समक्ष इस बात पर अपनी नाखुशी जाहिर की कि उनके अभिन्न में शुमार होने वाले लाडवा लंदन के मेयर चुनाव में लेबर पार्टी के लिए कैंपेन कर रहे हैं। और यही वह बात है कि जो संघ नेतृत्व के भी गले नहीं उतर रही है कि लाडवा भला एक पाकिस्तानी ब्रिटिश सादिक खान के लिए क्यों प्रचार कर रहे हैं, जो मेयर पद के लिए लेबर पार्टी के उम्मीदवार हैं। जाहिर है आने वाले दिनों में लाडवा को ऐसे कई अप्रिय सवालों से जूझना पड़ सकता है। और इसकी प्रतिच्छाया मोदी के उपर भी देखी जा सकती है। |
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