संघ के ’जल वृष्टि यज्ञ’से बरसेगा पानी |
April 21 2016 |
देश के दर्जन भर राज्य जिस तरह सूखे की चपेट में हैं, महाराष्ट्र, तेलांगना, गुजरात जैसे कई राज्यों में जल के लिए त्राहिमाम मचा है, उसे देखते हुए संघ के अंदर यह विचार पल्लवित हुआ है कि क्यों नहीं इन राज्यों में वैदिक पंडितों की मदद से ’जल वृष्टि यज्ञ’करवाया जाए? सूत्र बताते हैं कि कालांतर में भी एक वक्त जब देश में सूखे की नौबत आई थी तो तत्कालीन सर संघचालक के. सुदर्शन ने अपनी पहल पर देश भर में ऐसे 11 यज्ञ करवाए थे, जिसके परिणाम सकारात्मक बताए जाते हैं, इस यज्ञ में 37 वैदिक पंडित हिस्सा लेते हैं, और पानी से भरे एक बड़े पात्र के अंदर बैठ कर इस यज्ञ को संपन्न किया जाता है। संघ के एक उच्च पदस्थ सूत्र का दावा है कि उस समय ऐसे एक यज्ञ पर 11 लाख रूपए का खर्च आया था, आज के समय में यह खर्च सीमा बढ़ कर 15 लाख रूपयों तक पहुंच सकती है। सुदर्शन जी ने यह यज्ञ उस समय महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व राजस्थान जैसे राज्यों में करवाए थे, संघ की योजना भी भाजपा शासित राज्यों में इस अनोखे यज्ञ को करवाने की है, इस यज्ञ को परवान चढ़ाने के लिए संघ निरंतर अपने आनुशांगिक संगठनों से बात कर रहा है, इस यज्ञ की अवधि कम से कम एक सप्ताह की होती है। अगर वास्तव में ’जल वृष्टि यज्ञ’ से कोई चमत्कार हो सकता है तो देश इस चमत्कार को नमस्कार करने के लिए तैयार बैठा है। |
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