रेल मंत्री का जोशी-कनेक्षन |
January 06 2016 |
जब से सुरेश प्रभु ने रेल मंत्रालय का काम-काज संभाला है, वे अपने मंत्रालय का चेहरा-मोहरा बदलने की जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं। कई आम परंपराओं से ऊपर उठकर वे नई परिपाटियों का श्रीगणेश करने में जुटे हैं। यहां तक कि भाजपा व संघ के वैसे समर्पित कार्यकर्त्तागण जिनका किसी वजह से रेल आरक्षण ’कंफर्म’ नहीं हो पाता है, वे सीधे प्रभु के चैंबर में जाकर उनके समक्ष अपनी बात रख सकते हैं। प्रभु के रेल मंत्री बनने के तुरंत बाद से ही उनके खिलाफ पेपर बंटने शुरू हो गए हैं और यह दौर अब भी जारी है। पिछले दिनों भाजपा के मार्गदर्शक मंडल प्रमुख लालकृष्ण अडवानी के पास प्रभु के खिलाफ ऐसे ही दस्तावेजों का एक पुलिंदा पहुंचा, अडवानी ने उन कागजों का अध्ययन-मनन करने के बाद आगे की कार्यवाही के लिए वे कागजात अपने सहयोगी मुरली मनोहर जोशी को सौंप दिए। सूत्र बताते हैं कि जोशी के माध्यम से ये कागजात प्रभु के पास पहुंच गए, चूंकि जोशी जी के दामाद आनंद स्वरूप ही सुरेश प्रभु के पीएस हैं। प्रभु ने फौरन इन कागजातों का संज्ञान लेते हुए अपनी सफाई से अडवानी को अवगत कराया और यह बात आई-गई हो होगी। |
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