लाल व शर्मा में छत्तीस का आंकड़ा |
July 20 2014 |
समझा जाता है कि गुजरात की मुख्यमंत्री और मोदी की बेहद भरोसेमंद आनंदीबेन पटेल ने नमो को यह सलाह दी थी कि मोदी ने जिस ‘गुजरात मॉडल’ का बार-बार हवाला देकर दिल्ली की गद्दी का रास्ता तय किया है, उस राज्य के विकास का पहिया थमना नहीं चाहिए, सो जो अफसर गुजरात में अच्छा काम कर रहे हैं उन्हें पीएमओ में ले जाने के बजाए उनके पुराने काम में ही लगाए रखना चाहिए, इसी फार्मूले की वजह से मोदी के बेहद दुलारे कैलाश नाथन को भी गांधी नगर में ही रूक जाना पड़ा, मोदी के पुराने अधिकारियों में बस एक ए.के.शर्मा ही दिल्ली की ठौर पकड़ पाए, माना तो यह भी जाता है कि ए.के.शर्मा और भरत लाल में आपस में बिल्कुल नहीं पटती है, ए.के.शर्मा भी लाल की तरह यूपी से ताल्लुक रखते हैं, चूंकि शर्मा पहले ही पीएमओ में आ गए हैं सो, लाल के लिए पीएमओ के दरवाजे बंद हो गए। |
Feedback |