मोदी के भाग्य से छींका टूटा |
July 12 2015 |
मोदी इस वक्त चैन की बंसी बजा रहे हैं, अतीत में उनकी ही पार्टी के जिन लोगों ने मोदी की राह में कांटे बिछाने के प्रयास किए थे, उनमें से ज्यादातर लोग आज एक बदली परिस्थितियों में सियासी संत्रास झेलने को अभिषप्त हैं। षिवराज सिंह चैहान को अडवानी गुट मोदी के मुकाबले पीएम पद का एक बेहतर चेहरा बता रहा था, आज षिवराज व्यापम की आंच झेल रहे हैं, मामला सीबीआई के पास है यानी चाबी केंद सरकार के हाथों में हैं। अडवानी गुट मोदी के मुकाबले नीतीष को बतौर पीएम सपोर्ट करने को तैयार था, बताया जाता है कि इस अहम मीटिंग की वीडियो फुटेज मोदी के पास है, जो वक्त पड़ने पर इसका जरूरी इस्तेमाल कर सकते हैं, मोदी विरोध की अलख को कथित तौर पर हवा देने वाली पार्टी की दोनों उत्साही नेत्रियां सुशमा व वसुंधरा ललितगेट की चपेट में हैं, तो अपने तीन टर्म के सीएम पद से पीएम पद की दावेदारी पर आंख टिकाने वाले छत्तीसगढ़ के सुलझे मुख्यमंत्री रमण सिंह छत्तीस हजार करोड़ के घोटालों की आंच में घिरे हैं। मोदी ने बदले हालात में अपनी बदली टीम प्रस्तुत करने की सारी रूपरेखा पहले ही तैयार कर ली है, बदलाव की इस पटकथा को तब अंजाम दिया जाएगा, जब मीडिया में इन मामलों की गंूज कम हो जाएगी। |
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