24 में मोदी दो जगहों से उतर सकते हैं मैदान में |
February 14 2023 |
2024 के आम चुनाव में क्या मोदी वाराणसी के साथ-साथ दक्षिण भारत की किसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं? भाजपा से जुड़े सूत्रों के दावों पर अगर यकीन किया जाए तो इसका जवाब ’हा’ में है। वजह बेहद साफ है, इस वक्त उत्तर और पश्चिम भारत के राज्यों में भाजपा का ग्राफ उफान पर है, पूरब के राज्यों में भी धीरे-धीरे भाजपा ने अपनी पैठ बना ली है। भाजपा की असल चिंता दक्षिण की 128 सीटों को लेकर है जहां कांग्रेस समेत अन्य क्षेत्रीय दलों का जलवा बरकरार है। भाजपा को भरोसा है कि ’उसके तरकश में मोदी नाम का वह तीर जो इन तमाम चुनौतियों का एकमेव उत्तर है।’ भाजपा से जुड़े सूत्रों का दावा है कि ’2024 के आम चुनावों में तमिलनाडु की रामनाथपुरम सीट मोदी की पसंदीदा सीटों में शुमार है, जहां से वे चुनाव लड़ने की सोच सकते हैं।’ भाजपा को दक्षिण भारत में अपने विस्तार के लिए ऐसे ही किसी एक ‘मास्टर स्ट्रोक‘ की जरूरत है। रामनाथपुरम के अलावा मदुरै और कोयंबटूर में भी भगवा पार्टी अभी से वहां जनता का मूड भांपने में लगी है। बात रामनाथपुरम की करें तो 2024 के चुनाव में यहां भाजपा तीसरे स्थान पर थी, पर 2019 का लोकसभा चुनाव आते-आते भाजपा यहां मुख्य लड़ाई में शामिल हो गई और वह दूसरे स्थान पर रही। दक्षिण भारत किस कदर मोदी और भाजपा के एजेंडे में है इसे आप दो उदाहरणों से समझ सकते हैं। काशी में बड़े जोर-शोर से ‘तमिल संगम’ की शुरूआत हुई और दिल्ली में ‘सेंट्रल विस्टा’ के उद्घाटन के मौके पर पीएम ने तमिल महाकवि भारतियार यानी सुब्रह्मण्यम भारती की कविता का पाठ किया। मोदी की भाव-भंगिमाएं और उनके आचरण खुद ही उनकी आगे की रणनीतियों की चुगली कर देते हैं। |
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