बिहार में मीरा? |
May 03 2015 |
जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनावों की तारीखें करीब आ रही है, प्रदेश कांग्रेस में आपसी कलह और गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है। अब से पहले बिहार कांग्रेस चार गुटों में बंटी दिखाई पड़ती थी, अशोक चौधरी गुट, सदानंद सिंह गुट, प्रेमचंद्र मिश्रा गुट और अशोक राम गुट। पर हालिया दिनों में वहां एक नए गुट का अभ्युदय हुआ है, वह है मीरा कुमार का गुट। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिंह के पुत्र और औरंगाबाद के पूर्व सांसद निखिल कुमार तो अब सार्वजनिक मंचों से यह आवाज उठाने लगे हैं कि बिहार में कांग्रेस की नुमांइदगी मीरा कुमार को सौंपी जाए, सूत्र बताते हैं कि लोकसभा की पूर्व स्पीकर और बाबू जगजीवन राम की सुपुत्री मीरा कुमार भी ऐसी कोई जिम्मेदारी उठाने को तैयार है, बशर्ते पार्टी हाईकमान अपनी ओर से उनका नाम आगे करे। मौजूदा लोकसभा में बिहार से कांग्रेस के दो सांसद हैं किशनगंज से असवारूल हक और पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन। पर ये दोनों सांसद शायद ही कभी पार्टी की राज्य स्तरीय बैठकों में शामिल होने की जहमत उठाते हैं। वहीं बिहार कांग्रेस के ज्यादातर नेतागण इस चुनाव में लालू-नीतीश गठबंधन के साथ नहीं जाना चाहते, वे राहुल गांधी से आग्रह कर रहे हैं कि बिहार में कांग्रेस सभी 243 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़े, जाहिर है कि ऐसे में ये नेता टिकटों का और केंद्र से प्राप्त चुनावी धन का अच्छे से बंदरबांट कर पाएंगे। |
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