केजरीवाल का होमवर्क |
March 19 2017 |
मोदी विरोध का अलख जगाने वाले क्षेत्रीय सूरमाओं मसलन लालू, अखिलेश, मायावती, ममता आदि को कहीं पहले ही यह इल्म हो चुका था कि इन पांच राज्यों के चुनाव में कम से कम चार राज्यों में कमल के प्रस्फुटन पर लगाम नहीं लगने वाली, सो बारी-बारी से इन नेताओं ने टीवी पर शुरुआती रुझान आते ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अऱविंद केजरीवाल को फोन लगाया और उनसे कहा कि वे ईवीएम के मुद्दे को जोर-शोर से उठाएं, यह भी तय हुआ कि केजरीवाल 11 तारीख को दोपहर 12 बजे एक प्रेस कांफ्रेंस करेंगे, पर केजरीवाल ने उस प्रस्तावित प्रेस कांफ्रेंस को अगले दिन के लिए स्थगित कर दिया। क्योंकि पहले वे ईवीएम के तकनीकी पहलुओं को बारीकी से समझना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने हैदराबाद के अपने एक इंजीनियर मित्र का सहारा लिया। सूत्र बताते हैं कि श्रीकांत नामक यह इंजीनियर आईआईटी के दिनों में कभी अऱविंद के साथ पढ़ा करते थे। इस बीच आप के दोनों बूथ लेवल तक के आंकड़े जुटाने, हैदराबाद के इंजीनियर दिल्ली पहुंचे और उन्होंने केजरीवाल के सामने यह डेमो दिया कि ईवीएम में कहां और कैसे छेड़छाड़ की जा सकती है, तब कहीं जाकर अगले रोज ईवीएम के मुद्दे पर केजरीवाल अपनी प्रेस कांफ्रेंस कर पाए। |
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