केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार मानसून सत्र से पहले |
May 15 2020 |
ठहरे हुए कयासों की फिर से त्यौरियां चढ़ रही हैं, पीएमओ से जुड़े सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि संसद के आनेवाले मानसून सत्र से पहले पीएम मोदी अपने मंत्रिमंडल को नया चेहरा-मोहरा दे सकते हैं। अप्रैल माह के आखिरी सप्ताह में नौकरशाही में हुए एक बड़े फेरबदल से इन संभावनाओं को बल मिल रहे हैं। सूत्रों की मानें तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी केंद्र पर लगातार यह दबाव बना रहे हैं कि जितनी जल्दी हो सके जद-यू को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए। इस साल के अंत तक बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसे देखते हुए नीतीश जल्द से जल्द अपने मंत्री केंद्र सरकार में सुशोभित करना चाहते हैं। वैसे हालिया ब्यूरोक्रेटिक फेरबदल से उन मंत्रियों को भी साफ संदेश देने की कवायद हुई है जो ऊंची परवाज भरने की कोशिश कर रहे थे। उनकी उड़ान के लिए अब मोदी ने सियासी आसमान को थोड़ा और ऊंचा कर दिया है। जैसे कोराना संकट के इस दौर में स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्द्धन से कहीं ज्यादा तो मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल और मंत्रालय की सचिव प्रीति सूदन के चेहरे सामने दिख रहे हैं। प्रीति सूदन को तो 3 माह का एक्सटेंशन भी मिल गया है ताकि जब 3 माह बाद मंत्रालय का नया सचिव पदभार संभाले तो उसे एक क्लीन स्लेट मिल सके और कोरोना का पतनाला पूर्ववर्ती के सिर फोड़ा जा सके। संभावना व्यक्त की जा रही है कि प्रीति सूदन की जगह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में ओएसडी राजेश भूषण ले सकते हैं। अपनी विशिष्ट और अभिनव कार्यशैली के लिए ख्यात नितिन गडकरी की लोकप्रियता को बैलेंस करने के लिए पीएमओ में तैनात अरविंद कुमार शर्मा को एमएसएमइ का सेक्रेटरी तैनात किया गया है। वहीं आंध्र के आईएएस गिरिधर अरामाने, जिनके बारे में मशहूर है कि वे सिर्फ वही करते हैं जो उनको ठीक लगता है वे किसी की नहीं सुनते। गिरिधर को गडकरी के एक अन्य मंत्रालय सड़क परिवहन का सचिव नियुक्त किया गया है। मंत्री पद के दावेदार तो कहीं पहले से भगवा हाईकमान के समक्ष शीर्षासन कर रहे थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा ने राज्यसभा दे दी है उनके केंद्र में मंत्री बनने की प्रचुर संभावना है। सचिन पायलट और मिलिंद देवड़ा जैसे युवा कांग्रेसियों पर डोरे डाले जा रहे हैं। मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य और वकील विवेक तन्खा भी भाजपा से अच्छे रिष्ते रखने के लिए जाने जाते हैं। अभिषेक मनु सिंघवी ने भी माधव राव सिंधिया को अपना मेंटर घोषित कर भगवा आंगन में अपने घर की खिड़की खोल दी है। क्योंकि सिंघवी माधव राव के पुत्र ज्योतिरादित्य की तारीफों के पुल बांधने में वे कभी पीछे नहीं हटते। मसलन मोदी मंत्रिमंडल के अगले विस्तार में कुछ ऐसे चौंकाऊ चेहरों को जगह मिल सकती है जो कयासों के बाजार में कहीं दूर-दूर तक नहीं दिखते। |
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