बिहार कांग्रेस में बवाल |
March 15 2023 |
पिछले दिनों बिहार कांग्रेस की प्रदेश अनुशासन समिति ने कृपाशंकर पाठक की अध्यक्षता में प्रदेश के 5 नेताओं सिद्धार्थ क्षत्रिय, प्रभात कुमार चंद्रवंशी, अरशद अब्बास आजाद, शकीउर रहमान और प्रवीण शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इन नेताओं पर अपने प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के बारे में सोशल मीडिया में चंद कथित वित्तीय लेन-देन को लेकर कुछ ऑडियो और वीडियो क्लिप वायरल करने के आरोप हैं। अब बिहार कांग्रेस का एक धड़ा इस अनुशासन कमेटी पर ही सवाल उठा रहा है कि ’यह कमेटी ही नकली है, यह एक भंग कमेटी है।’ इनका तर्क है कि ’जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने पार्टी की तमाम चुनी हुई कमेटियों को पहले ही भंग कर दिया है तो इस अनुशासन समिति का अस्तित्व कहां से बचा रह गया है?’ कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने इस 5 सदस्यीय अनुशासन कमेटी का गठन दिसंबर 2021 में किया था, जिसका अब कायदे से कोई अस्तित्व नहीं बचा है। सोशल मीडिया पर इन दिनों अखिलेश प्रसाद के भाजपा नेता राजीव प्रताप रूढ़ी के साथ उनके आत्मीय संबंधों को लेकर भी खूब हाय-तौबा मची है। वहीं चंद पार्टी नेताओं का दावा है कि ’यह सारा मामला कांग्रेस में डेलिगेट बनाने से लेकर जुड़ा है,’ अखिलेश पर आरोप लग रहे हैं कि ’उन्होंने डेलीगेट्स सूची में 70 फीसदी अपने करीबी लोगों के नाम डाल दिए हैं।’ |
Feedback |