बिहार कांग्रेस को कब मिलेगा नया अध्यक्ष |
July 09 2021 |
लगता है बिहार कांग्रेस अपना पुराना वजूद खो चुकी है, यही वजह है कि पिछले कुछ वर्षों से वह कभी लालू प्रसाद तो कभी नीतीश कुमार के रहमोकरम पर चलने को अभिशप्त है। कांग्रेस ने हालिया दिनों में भक्तचरण दास को बिहार का प्रभारी बनाया है। पर कांग्रेस के इस प्रभारी ने जब से बिहार का कार्यभार संभाला है, ये नीतीश कुमार के सबसे बड़े भक्त के तौर पर अवतरित हो गए हैं। भक्तचरण ने अपना सह प्रभारी जुम्मा-जुम्मा कांग्रेस में शामिल हुए एक दलित नेता ब्रजलाल खाबरी को बना दिया है। भक्तचरण दास स्वयं 2016 में बसपा छोड़ कर कांग्रेस में आए हैं। पार्टी हाईकमान ने दास से नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए कुछ नाम मांगे थे, संयोग देखिए दास साहब ने जो तीन नाम दिल्ली भेजे हैं, ये तीनों ही दलितों की एक खास जाति से ताल्लुक रखते हैं। इन्होंने पहला नाम उमेश राम का भेजा है, दूसरा नाम प्रतिमा कुमारी का है जो हाजीपुर से फस्र्ट टर्म एलएलए हैं, इन्होंने निर्दलीय के तौर पर चुनाव जीता था और बाद में कांग्रेस में शामिल हो गई थीं, तीसरा नाम राजेश राम का है जो पूर्व मंत्री दिलकेश्वर राम के बेटे हैं और कुटुंबा से चुनाव जीते हैं। पर वहीं राहुल गांधी हैं जो किसी फाईटर नेता को बिहार की कमान सौंपने के इच्छुक बताए जाते हैं। राहुल किसी मुस्लिम फेस की तलाश में हैं, फिलहाल उनकी खोज तारिक अनवर पर आकर ठहर गई है। नाम तो रंजीत रंजन, श्याम सुंदर सिंह धीरज, कोकब कादरी के भी चल रहे हैं पर फिलवक्त दावा तारिक अनवर का सबसे मजबूत नज़र आ रहा है। |
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