नीतीश-लालू में क्या खिचड़ी पक रही है? |
June 06 2021 |
बिहार में जदयू-भाजपा गठबंधन की सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कोविड प्रबंधन में चूक को लेकर बिहार के जदयू नेताओं ने शायद ही टीवी पर या सार्वजनिक रूप से मोदी या भाजपा का बचाव किया है। ममता को जीत की बधाई देने के लिए जदयू नेताओं में होड़ मची थी। वहीं इस 21 मई को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर कई जदयू नेताओं ने राजीव गांधी के साथ नीतीश की फोटो लगा कर इस पूर्व प्रधानमंत्री को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। जब भाजपा नेता राजीव प्रताप रूढ़ी पर भी पप्पू यादव ने उनके घर तिरपाल में ढक कर रखी गईं एंबुलेंस को मुद्दा बनाया तो जदयू रूढ़ी के बचाव में सामने नहीं आई। ऐसे वक्त में जबकि सरकार और विपक्ष की सीटों में महज़ 10 सीट का अंतर है, और पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले ‘हम’ के जीतन राम मांझी की भी 4 सीट है, तो बिहार में असंतोष के खेल को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। विश्वस्त सूत्रों के दावों पर अगर यकीन किया जाए तो नीतीश कुमार का एक खास संदेशा लेकर उपेंद्र कुशवाहा लालू यादव से मिलने पिछले दिनों दिल्ली आए थे। लालू इन दिनों दिल्ली के पंडारा रोड पर अपनी पुत्री मीसा भारती के आवास पर ही टिके हुए हैं। कुशवाहा और लालू में क्या सियासी खिचड़ी पकी इसकी खुशबू अब तलक बाहर नहीं आ पाई है, पर सियासी नेपथ्य में कुछ बड़ी आहटों ने शक्ल अख्तियार करने शुरू कर दिए हैं। |
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