क्या हिंदुत्व का कार्ड फिर से चलेगा? |
June 06 2021 |
संघ इस बात को लेकर खम्म ठोंक रहा है कि यूपी में स्थितियां चाहे कितनी भी विकट हों, राज्य का अगला चुनाव हिंदुत्व के मुद्दे पर ही लड़ा जाएगा। कई हिंदुवादी संगठन तथ्यों से अनजान अभी से इस बात को मुद्दा बना रहे हैं कि ’ममता बनर्जी ने भगवान महादेव की आस्था स्थली तारकेश्वर मंदिर का अध्यक्ष एक मुस्लिम नेता फिरहाद हाकिम को बना दिया है जो हिंदू भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।’ पर सच तो यह है फिरहाद हाकिम पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री होने के नाते ‘तारकेश्वर मंदिर डेवलपमेंट बोर्ड’ के अध्यक्ष नियुक्त हुए थे, उनका तारकेश्वर मंदिर ट्रस्ट से कोई लेना-देना नहीं था। वहीं यूपी में भाजपा को अब संत समाज की भारी नाराज़गी झेलनी पड़ रही है, जब काशी के सौंदर्यीकरण अभियान के तहत बाबा विश्वनाथ मंदिर के आश्रय में खड़ा सैंकड़ों वर्ष पुराना अक्षय वट वृक्ष कट कर नीचे गिर गया, पहले इस वृक्ष को संरक्षित करने की बात कही गई थी, इस वृक्ष के साथ हिंदुओं की कई धार्मिक आस्थाएं जुड़ी हुई हैं। पूरे राष्ट्र में केवल तीन नगरों में ही यह अक्षय वट वृक्ष अवस्थित हैं, काशी, प्रयाग और बिहार के गया में, अपना अक्षय वट वृक्ष गंवा कर काशी के लोग हतप्रभ हैं, यह प्रकृति की लीला है या आने वाले किसी बुरे वक्त का अंदेशा। |
Feedback |