ऐसे हुआ सुनील बंसल का नव अभ्युदय |
August 15 2022 |
सबको मालूम है कि यूपी में भाजपा महामंत्री संगठन सुनील बंसल और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में हमेशा से 36 का आंकड़ा रहा है। योगी ने पार्टी हाईकमान को बंसल के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य उपलब्ध कराए थे कि क्यों बंसल को यूपी से हटाना जरूरी है। इस दफे बंसल को संघ का भी साथ नहीं मिला और उनकी यूपी से रुखसती पर पार्टी की मुहर लग गई। अपनी रुखसती से ऐन पहले बंसल पिछले सप्ताह दिल्ली आए और लगातार तीन दिनों तक यहां जमे रहे। बड़ी मशक्कत के बाद तीसरे रोज उनकी मुलाकात भाजपा सर्वशक्तिमान अमित शाह से हुई। बंसल ने अपने तारणहार से खुद को उबारने के लिए विनती की, प्रार्थना सुनी गई, शाह ने फौरन पार्टी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष से बात की, कहते हैं संतोष ने प्रस्ताव दिया कि बंसल को पार्टी का उपाध्यक्ष बना देते हैं। इस पर बंसल रिरिया गए, बोले ‘उपाध्यक्ष तो रिटायरमेंट की दहलीज पर ले जाने वाला पद है, आगे मुझे राजस्थान से विधानसभा चुनाव भी लड़ना है, राज्य में मंत्री भी बनना है।’ इसके बाद शाह ने अपने वीटो का इस्तेमाल कर बंसल को उनके धर्मसंकट से उबार लिया और उनकी शाही वफादारी को सलाम भेजते उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त करवाने के अलावा तेलांगना, पश्चिम बंगाल और ओडिशा का प्रभार भी दिलवा दिया और अपने वफादारों में संदेश भी भेज दिया। |
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