हार्वर्ड बड़ा या हार्ड वर्क? |
October 05 2017 |
भाजपा सरकार की आर्थिक नीतियों को जिस प्रकार पार्टी के वयोवृद्ध नेता यशवंत सिन्हा ने सवालों के घेरे में खड़ा किया और उसके अगले ही रोज यशवंत के दावों की हवा निकालने के लिए भाजपा की ओर से इसकी बागडोर उनके पुत्र जयंत सिन्हा को सौंपी गई और जिन्होंने जीएसटी, नोटबंदी और जीडीपी को लेकर जिस तरह मोदी सरकार की तारीफों के कसीदे पढ़े उससे इस बात के संकेत तो मिलते ही हैं कि पार्टी व सरकार में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। नहीं तो क्या वजह है कि इतने काबिल वित्त मंत्री के होते प्रधानमंत्री ने अपनी अलग इकॉनोमिक एडवाइज़री काऊंसिल बनाई है और विवेक दिओबराय को इसका चैयरमेन बनाया है। सूत्र बताते हैं कि जीडीपी के लड़खड़ाने से स्वयं पीएम चिंता में हैं और भाजपा नेतृत्व में भी यह अहसास गहराने लगा है कि आर्थिक मसलों पर पेशेवर लोगों यानी घुटे हुए अर्थशास्त्रियों की राय लेनी जरूरी है। वैसे भी मोदी अब तक हार्वर्ड की बजाए हार्डवर्क पर ज्यादा भरोसा कर रहे थे, पर कहीं न कहीं उनका भरोसा डगमगाता दिख रहा है। |
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