अति पिछड़ों को लुभाने की कवायद |
January 19 2016 |
बसपा कोऑर्डिनेटरों की रिपोर्ट इस मायने में भी चौंकाने वाली है कि पिछले कुछ समय में अखिलेश सरकार का ग्राफ यूपी में कहीं बेहतर हुआ है, मुस्लिम और यादव वोट सपा के साथ एकजुट दिखते हैं। अति पिछड़ी जातियों में कई जातियां ऐसी है जिनका प्रदेश के यादवों के साथ सीधा तकरार रहा है, मसलन मौर्य, कुर्मी, कोयरी, लोध, सैनी जैसी जातियां जिन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में खुलकर मोदी का समर्थन किया था और इनके वोट थोकभाव में उन चुनावों में भाजपा को मिले थे, आज ये जातियां भाजपा से नाराज़ जान पड़ती हैं, सपा के साथ इन्हें जाना नहीं है, कांग्रेस इनकी स्वभाविक च्वॉइस नहीं, चुनांचे बसपा के लिए ये जातियां आसान शिकार हो सकती हैं, चुनांचे ऐसी जातियों के प्रतिनिधित्व करने वाले नेताओं की मायावती दरबार में इन दिनों पूछ बढ़ गई है। |
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