कोंकणी बनाम पंजाबी |
December 05 2016 |
एचटी के लीडरशिप समिट में हिस्सा लेने जब देश के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिक्कर पहुंचे तो श्रोताओं ने उनके समक्ष प्रश्नों की झड़ी लगा दी। उनसे यह भी पूछा गया कि उनके बयानों से अक्सर इतने विवाद क्यों छिड़ जाते हैं? इसका पर्रिक्कर ने बेहद रोचक तरीके से जवाब दिया, उनका कहना था कि उनकी मातृभाषा कोंकणी है, जो पंजाबी की तरह उतनी रंगीन भाषा नहीं है, न ही इसमें मां-बहन की उपमाओं की गुंजाइश है। शायद यही वजह है कि वे कहते कुछ हैं और पत्रकार उनकी बातों का कुछ और ही अर्थ लगाकर वैसी रिपोर्टिंग कर देते हैं, जिससे तिल का ताड़ बन जाता है। और बार-बार उन्हें इस बारे में सफाई देनी पड़ती है। |
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