सरकार-संगठन दोनों का बदलेगा चेहरा-मोहरा |
April 18 2015 |
बगैर किसी शोर-शराबे के, गुपचुप सन्नाटों के बीच भगवा राजनीति के शिखर पर बड़े बदलाव की आहटें हैं, सरकार और संगठन का चेहरा-मोहरा बदलने की तैयारियों को मोदी व शाह के सूरमा अंतिम रूप देने में जुटे हैं। आने वाले 26 मई को मोदी सरकार अपने कार्यकाल के एक वर्ष पूरे कर लेगी, 9 मई को लोकसभा का और 13 मई को राज्यसभा का सत्रावसान हो रहा है, इसके बाद किसी भी दिन मोदी मंत्रिमंडल में एक व्यापक फेरबदल का ऐलान हो सकता है। कई मंत्रियों की कैबिनेट से छुट्टी मुमकिन है, कईयों को सरकार से हटाकर संगठन की सेवा में लगाया जा सकता है। शायद यही वजह है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अपनी नई टीम की घोषणा में निरंतर देर कर रहे हैं, पहले तय था कि 2 अप्रैल को बेंगलुरू में आहूत पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से पहले शाह अपनी नई टीम का ऐलान कर देंगे, सूत्र बताते हैं कि बाद में यह तारीख आगे सरका कर 6 अप्रैल का दिन मुकर्रर किया गया। पर इसके बाद मोदी व शाह के दरम्यान एक लंबी गुफ्तगू हुई और उसमें तय हुआ कि संगठन व सरकार में फेरबदल आस-पास हो जिससे सरकार से निर्वासित लोगों को संगठन में खपाया जा सके। बाद में यही आइडिया परवान चढ़ गया। अपनी कुर्सी बचाने के लिए केंद्र के कई मंत्रियों ने अभी से भाग दौड़ शुरू कर दी है, इनमें से ज्यादातर अभ्यर्थी संघ की शरण में है, बचे-खुचे देवालयों में शीश नवा रहे हैं। |
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