भारद्वाज के नए आगाज के पीछे कौन? |
November 15 2014 |
कांग्रेस के अंदरूनी घमासान को मुखर स्वर देने वाले और पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम के दोहरे व्यक्तित्व पर खुल कर निशाना साधने वाले हंसराज भारद्वाज ने कथित तौर पर कांग्रेस आलाकमान खासकर 10 जनपथ को इस बाबत कई बार चेताया था कि यूपीए सरकार बिलावजह मोदी और अमित शाह से पंगा न ले। समझा जाता है कि चिदंबरम के बारे में कर्नाटक के पूर्व गवर्नर और पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री भारद्वाज ने सोनिया को यहां तक आगाह किया था कि चिदंबरम व डीएमके के बीच कोई अंदर की सांठ-गांठ है, यही वजह है कि वे डीएमके प्रमुख करुणानिधि के हाथों खेल रहे हैं। यहां तक कि कानून मंत्री रहते भारद्वाज ने मोदी, शाह, लालू, मायावती व मुलायम के प्रति सीबीआई के दुरूपयोग को लेकर भी चिंता जताई थी। जब कथित तौर पर चिदंबरम ने एक तत्कालीन अतिरिक्त सीबीआई डायरेक्टर जो कि दक्षिण भारत से आते हैं, उनसे कह कर अमित शाह को तुलसी प्रजापति केस में फंसाने की कोशिश की थी। वहीं कांग्रेसनीत यूपीए सरकार के दो तत्कालीन केंद्रीय मंत्री प्रणब मुखर्जी और हंसराज भारद्वाज के गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से किंचित बहुत मधुर रिश्ते थे। समझा जाता है कि केंद्र में कानून मंत्री रहते भारद्वाज ने ही मोदी को सलाह दी थी कि वे गुजरात में ‘नाइट कोर्ट'(रात्रि अदालत) शुरू करें और बतौर मुख्यमंत्री मोदी का 2006 में किया यह प्रयोग गुजरात में काफी सफल रहा था। |
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