अर्जुन की रथी |
May 26 2015 |
जिंदगी चाहे जैसी भी हो अपने ठसक में गाती रहती है गीत उत्सव के, मौका था नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम का, यह कार्यक्रम राष्ट्रकवि दिनकर की कालजयी कृतियों ‘परशुराम की परीक्षा’ और ‘संस्कृति के चार अध्याय’ के 50 वर्ष पूरे होने के मौके पर आहूत था, बिहार के एक प्रमुख नेता सीपी ठाकुर इस कार्यक्रम केर् कत्तर्ाधत्ता थे और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। सुबह के साढ़े दस मोदी को कार्यक्रम में आना था, कोई 9.40 बजे के आसपास झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा अपनी एक महिला मित्र के पास मुख्य द्वार पर पहुंचे। पर गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया, क्योंकि मुंडा और उनकी महिला मित्र के पास कार्यक्रम का आमंत्रण पत्र तो था, पर अपना कोई पहचान पत्र नहीं था, कोई आधे घंटे की हील-हाुत के बाद सुरक्षाकर्मियों ने इन्हें अंदर जाने दिया, तब तक इनके अंदर का गुबार बाहर आ चुका था। |
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