लाल-पीले हुए तोगड़िया, तो संघ ने रंगा केसरिया |
October 05 2017 |
गुजरात के आसन्न विधानसभा चुनाव मोदी व शाह द्वय के लिए नाक का सवाल बन गए हैं, चुनांचे हर छोटी-बड़ी काना-फूसी पर इनकी पैनी नज़र होती है। सुनने में आ रहा था कि विश्व हिंदू परिषद की अंतरराष्ट्रीय यूनिट के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया भाजपा शीर्ष नेतृत्व से बेतरह नाराज़ हैं और उन्होंने गुजरात की ऐसी 40 विधानसभा सीटों की शिनाख्त कर ली थी जहां वे भाजपा की जड़ों में मट्ठा डाल सकते हैं। जब से इस खबर का प्रस्फुटन हुआ कहते हैं तब से टीम शाह डैमेज कंट्रोल अभियान में जुट गई। सूत्र बताते हैं कि प्रारंभिक चरण में तोगड़िया को समझाने-बुझाने की चेष्टा हुई, फिर भी जब उनके तेवरों पर पानी नहीं पड़ा तो हालिया दिनों में आहूत हुई संघ की मथुरा की समन्वय बैठक में इस मुद्दे पर किंचित गंभीरता से विचार विमर्श किया गया। संघ से जुड़े विश्वस्त सूत्र खुलासा करते हैं कि इस बाबत तोगड़िया को कड़ी चेतावनी दी गई है और विहिप के इंटरनेशनल वर्किंग प्रेसिडेंट की हैसियत से उनके विदेश जाने पर भी रोक लगा दी गई है, संघ नेतृत्व की ओर से तोगड़िया को निर्देश गया है कि वे फिलवक्त गुजरात में ही बने रहे और इन चुनावों में भाजपा को मजबूत करने का उपक्रम साधें, यानी गुजरात चुनाव की उपादेयता, महत्ता और व्यापकता को देखते हुए संघ नेतृत्व हाथ बांधकर मोदी-शाह जोड़ी के पीछे खड़ा हो गया है, जहां से जो प्रतिकूल बयार चल रही है संघ नेतृत्व उसका रूख बदलने को कृत संकल्प जान पड़ता है। |
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