सी-सी करते पीसी |
December 11 2011 |
आखिर बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी। अौर कब तक तमाम विपक्षी हमलों को झेलते हुए सुरक्षित रह पाएंगे पी. चिदंबरम। विपक्ष संसद में उनका बायकॉट कर रहा है, एक स्वामी तो बकायदा उनके खिलाफ धूनी रमा रहे हैं। कोर्ट में उनके खिलाफ दो गवाहों की गवाहियां अहम हैं, साथ 2जी मामले में फाइलों में कई अहम राज दफन हैं, जिससे चिदंबरम का भविष्य तय हो सकता है। वे अपने को बचाने की निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं। उनकी इस लड़ाई में दिल्ली के दो बड़े अंग्रेजी दैनिक उनका साथ दे रहे हैं। दक्षिण भारत का भी एक अग्रणी अंग्रेजी दैनिक अब भी उनके स्तुतिगान में लगा है। एक वकील होने के नाते ज्यूडिशयरी में भी उनकी अच्छी पहचान है। एक कॉरपोरेट वकील होने के साथ वे देश के वित्त मंत्री भी रह चुके हैं। चुनांचे कॉरपोरेट जगत में भी उनके दोस्तों की काफी तादाद है। बावजूद इसके इस दफे पीसी के लिए इस सियासी लाक्षागृह से बच निकल पाना इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि विपक्ष अपने पूरे हमलावर अंदाज में उनके खिलाफ पूरी तरह मुस्तैद है। |
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