लाट साहब की आस |
December 23 2009 |
इस संसद सत्र में गवर्नर की रेस के इच्छुक अभ्यर्थियों को ज्यादातर समय सेंट्रल हॉल में बैठे-घूमते बतियाते और अपने हिस्से की लॉबिंग करते देखा गया। मौसम का मिजाज बताता है कि आने वाले दिनों में कुछ राज्यपालों के स्टेट बदले जा सकते हैं, कुछ ऐसे भी राज्यपाल हैं जिनके पास दो-दो राज्यों की दोहरी जिम्मेदारियां है यानी अब समय आ गया है कि कुछ नए राज्यपालों का ऐलान भी होगा। कांग्रेस आलाकमान को ऐसा लगता है कि एन.डी.तिवारी आंध्र प्रदेश के राजभवन में रहते हुए तेलंगाना के मुद्दे का एक सर्वमान्य राजनैतिक हल ढूंढ पाने में विफल रहे हैं, सो एन.डी.तिवारी को किसी अन्य राज्य में ‘शिफ्ट’ किया जा सकता है, शिवराज पाटिल की भी राज्यसभा की मियाद खत्म हो रही है सो उन्हें भी उपकृत किया जाना है। प्रधानमंत्री के सचिव टी.के.ए.नायर भी गवर्नर की रेस में शामिल हैं। पंजाब के नए गवर्नर के लिए संतोष मोहन देव, पद्मनाभैया व शिवराज पाटिल के नाम सामने आ रहे हैं, पूर्व रक्षा सचिव शेखर दत्त जो कि सोनिया चहेते पुलक चटर्जी के नजदीकी रिश्तेदार हैं, वे भी गवर्नर की रेस में शामिल हैं। ऐसे में सरकार के समक्ष समस्या विकट है कि वह किस-किस को उपकृत करे। |
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