राम को मिली अयोध्या |
June 22 2010 |
आखिर किसी ाी प्रकार राम जेठमलानी ने अपनी इात बचा ही ली और वे राजस्थान से शान से राज्यसभा में आ गए। पर उन्हें कायदे से मार्क्सवादियों का दिल से शुक्रिया अदा करना चाहिए जो कि ऐन वोट के वक्त अनुपस्थित रह गए। और इसका कारण भी बेहद दिलचस्प है, कोलकाता के एक उद्योगपति संतोष बागड़ोदिया भी राजस्थान से मैदान में आ डटे थे, बागड़ोदिया की पश्चिम बंगाल (दार्जिलिंग के आसपास) में काफी बड़ी टी-एस्टेट है, जहां चाय मजदूरों की यूनियन काफी प्रभावशाली है, और यह यूनियन मार्क्सवादी नेताओं द्वारा ही नियंत्रित होती है। सो अपनी अनुपस्थिति दर्ज करा के मार्क्सवादियों ने पिछले दरवाजे से भाजपा उम्मीदवार की मदद कर कांग्रेस को यह संकेत देने चाहे हैं कि अब भाजपा उनके लिए पहली सी अछूत नहीं रह गई है। |
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