मानसून सत्र में हंगामों की बारिश |
July 21 2010 |
तय मानिए, अपने विपक्षी साथियों के साथ मिलकर भाजपा ने जो ताना-बाना बुना है उसके मुताबिक 26 जुलाई से आहूत संसद का मानसून सत्र बेहद हंगामाखेज हो सकता है, भाजपा अपने घर के झगड़ों से आजिज होकर अब अपने खोल से बाहर निकले पर आमदा है यानी संसद के आगामी सत्र में पार्टी का रुख व रवैया दोनों ही बेहद आक्रामक रहने वाला है, महंगाई, भोपाल गैस त्रासदी, व कर्नाटक के मुद्दे की धार पर भाजपा अपना सियासी दांव चलेगी तो वहीं अपने बदले पैंतरों व भाव-भंगिमाओं के साथ कांग्रेस हिंदू आतंकवाद में संघ की भूमिका और कर्नाटक में खनन माफिया के सिरमौर रेड्डी बंधुओं को एक बड़ा मुद्दा बना सकती है। |
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