दो ईमानदारों की टंकार |
April 01 2012 |
रक्षा मंत्री ए.के.एंटनी अपनी ईमानदार छवि के बलबूते अब तलक राजनीति में बहुत कुछ हासिल कर पाए हैं, पर इस दफे उनका वास्ता उनके ही मुकाबले के एक ईमानदार जनरल से पड़ गया है। सो उन्हें सरकार व पब्लिक में जवाब देते नहीं बन रहा है। नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में जनरल सिंह व मंत्री एंटनी के एक ही फ्लोर पर दफ्तर हैं, पर जब से लेटर लीक हुआ है, दोनों के बीच दुआ-सलाम भी बमुश्किल हुई है। 3-4 दिन पहले जब प्रधानमंत्री को जनरल का पत्र लीक हो जाने के बाद एंटनी पार्लियामेंट व प्रेस में सफाई दे रहे थे तो जनरल अपने पहले के तयशुदा आधिकारिक प्रोग्राम के तहत जम्मू कश्मीर में थे। जनरल के ऑफिस की जरा फुर्ती देखिए अभी रक्षा मंत्री की प्रेस-कांफ्रेंस होने ही वाली थी कि जनरल के ऑफिस से पत्र लीक मामले में खंडन पहले ही जारी हो गया। सबको मालूम है कि एंटनी गर्दन में दर्द (स्पोंडिलाइटिस से पीड़ित हैं) पर उन्हें इन दिनों डॉक्टर के पास तक जाने की फुरसत नहीं। वे शायद भली-भांति जानते हैं कि दरअसल इन दिनों उनके लिए ‘पेन इन द् नेक’ क्या है और जब तक दो महीनों के बाद जनरल अपने पद से रिटायर नहीं हो जाते हैं, या उन्हें छुट्टी पर नहीं भेज दिया जाता है तब तक एंटनी के गर्दन का दर्द जाने वाला नहीं। |
Feedback |