जंग बहादुर की जंग |
September 19 2012 |
जंग बहादुर सिंह बसपा के एक सांसद इन दिनों बहिनजी से तनिक नाराा चल रहे थे। अपनी नाराागी को स्वर देने के मंकसद से अभी पिछले दिनों उन्होंने दिल्ली के एक कम पॉपुलर अंग्रोी अंखबार को लंबा इंटरव्यू दे डाला। और उस इंटरव्यू में थोड़ी बहुत अपनी भड़ास भी निकाल ली। सिंह साहब ने सोचा था कि एक कम वितरित होने वाले अंग्रोी अंखबार में छपे इंटरव्यू का बहिनजी भला क्या नोटिस लेंगी। जिस दिन यह इंटरव्यू छपा उसी राो सुबह ठीक पौने आठ बजे सिंह साहब के फोन की घंटी बजी तो दूसरी ओर स्वयं बहिनजी थीं, जो यह जानना चाहती थीं कि उन्हें इतना अनर्गल बोलने की भला क्या ारूरत थी? अब एमपी साहब से सफाई देते नहीं बन रहा था। |
Feedback |