दक्षिण की राजनीति में तीन सुपर स्टारों की जंग क्या गुल खिलाएगी?

November 07 2017


दक्षिण में तमिलनाडु की राजनीति एक दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है, जयललिता के नहीं रहने से उत्पन्न एक बड़े सियासी शून्य को भरने के लिए, तमिल सिनेमा के तीन नायकों में कड़ा संघर्ष है। सबसे पहले बात करते हैं तमिल सुपर स्टार रजनीकांत की जिनकी सियासी आस्थाएं भगवा रंग में रंगी नज़र आती हैं, रजनी की आने वाली फिल्मों में उनका यह दक्षिण पंथी रूझान साफ तौर पर नज़र आ सकता है। सबसे दिलचस्प तो यह कि अभी तमिलनाडु को लेकर आईबी ने अपनी एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमें कमल हासन और विजय के मुकाबले सीएम पद की रेस में रजनीकांत वहां के लोगों की पहली पसंद बनकर उभरे हैं। रही बात कमल हासन की तो उनका रजनी से दोस्ती व दुश्मनी का रिश्ता रहा है। रजनी को फिल्मों में लाने का श्रेय भी कमल हासन को जाता है, पर बाद के दिनों में दोनों के बीच रिश्तों में काफी तल्खी आ गई, पर एक बार फिर से दोनों पुराने दोस्त अब एक हो गए हैं। कमल हासन दक्षिण के दूसरे सबसे बड़े सुपर स्टार में शुमार होते हैं, पर उन्होंने अपनी राजनीति में भगवा विरोध को प्रमुख रखा है। कमल सियासत में अरविंद केजरीवाल जैसे जन संघर्षों से निकले नेताओं के मुरीद है, सो वे व्यवस्था विरोध का अलख जगाते आए हैं। कमल ने पर्यावरण को लेकर भी लगातार काम किया है। संघ व भाजपा पोषित राजनीति के खिलाफ आवाज उठाने में कमल हासन को प्रांत के न सिर्फ नए युवाओं का साथ मिला है, बल्कि प्रकाश राज जैसे नामचीन कलाकारों ने भी इस बारे में खुलकर उनका साथ दिया है। पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या, हिंदू टेरर और मोरल पोलिसिंग को लेकर सदैव प्रकाश राज ने केंद्रनीत मोदी सरकार पर निशाना साधा है। सो, कमल हासन जन आंदोलन व व्यवस्था विरोध की अलख जगाकर तमिलनाडु में अपनी राजनीति की शुरूआत करना चाहते हैं। तो दक्षिण के इस सियासी घमासान को एक नया चेहरा दे सकते हैं सुपर स्टार विजय, जिन्होंने अपनी हालिया रिलीज फिल्म ’मर्रिसल’ से भगवा ब्रिगेड से सीधी रार ठान ली है। इस फिल्म में नोटबंदी और जीएसटी को लेकर कुछ तीखे कमेंट हैं, यही वजह थी कि भाजपा इसको सिनेमा घरों से उतरवाना चाहती थी, पर इन तमाम भगवा विरोधों के बावजूद फिल्म ने 200 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस कर लिया। विजय एक दशक से फिल्मों के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों को भी उठा रहे हैं जिसमें जलिकुट्टू से लेकर मेडिकल के एंट्रेस एक्जाम के पपले भी शामिल हैं। विजय किसानों की आत्महत्याओं पर भी खुलकर बोल चुके हैं, अन्ना हजारे के आंदोलन में शामिल होने के लिए तो उन्होंने बकायदा दिल्ली की ठौर पकड़ ली थी, वे प्रांत के युवाओं में खासे पॉपुलर हैं। सो आने वाले दिनों में तमिलनाडु का सीएम कौन होगा? रजनी, कमल या विजय? थोड़ा इंतजार कीजिए!

 
Feedback
 
Download
GossipGuru App
Now!!