मोदी सरकार के बुलंद सितारे को शनि की नज़र |
February 05 2018 |
एक ओर जहां भाजपा के दोनों धुरंधर मोदी व शाह समय पूर्व आम चुनाव करवाने के पक्षधर बताए जाते हैं(सूत्रों की मानें तो मोदी-शाह द्वय जनवरी 2019 में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के साथ ही लोकसभा के चुनाव भी करवाना चाहते हैं) पर सत्ता के शीर्ष से जुड़े उनके कई भरोसेमंद भविश्यवक्ताओं को आम चुनाव के लिए यह वक्त माकूल नहीं लग रहा। इन ज्योतिशियों के मुताबिक 26 अक्टूबर 2017 से शनि का धनु राशि में प्रवेश हुआ है जिससे कई बड़े राजनैतिक-आर्थिक-सामरिक उथल-पुथल हो सकते हैं। यह स्थिति मार्च 2019 तब बनी रह सकती है। भाजपा के करीबी माने जाने वाले एक नामचीन भविश्यवेता के मुताबिक मार्च 19 तक का समय मोदी सरकार के लिए भी उतना अच्छा नहीं है। इस अवधि में देश की तरक्की अवरूद्ध होगी, प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता में भारी गिरावट आ सकती है। विपक्षी एकता के सुर सजेंगे और एक मजबूत विपक्ष सरकार पर निरंतर हमलावर रहेगा। यह वही पीरियड है जब मोदी व शाह की ’एकला चलो’ कार्यशैली से नाराज़ पार्टी के कई बड़े नेता भाजपा छोड़ अन्य दलों में शामिल हो सकते हैं। मोदी का सितारा भी इस अवधि में किंचित धूमिल दिखेगा और वे एक साथ कई मोर्चों पर संघर्श करते दिखेंगे। सिर्फ भारत ही नहीं इसके पड़ोसी मुल्कों में भी राजनैतिक अस्थिरता का दौर देखा जा सकेगा। बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे मुल्कों में इतना सियासी हंगामा बरपेगा कि यहां भी संभावित चुनावों की तारीखें आगे खिसकानी पड़ जाएंगी। बांग्लादेश में शेख हसीना और पाकिस्तान में इमरान खान को कई बड़े आरोपों से गुजरना होगा। भारत में शीर्ष नेतृत्व के शुभचिंतक गण अभी से ’उपायों’ की खोज में जुट गए हैं, पर सितारों की यात्रा उनकी तयशुदा समय व नियम से होती है, और सितारों के नियम भी आम व खास के लिए एक ही होते हैं। |
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