अमेठी की रानी ईरानी |
March 30 2019 |
अमेठी से भाजपा ने अपने तुरूप के इक्के स्मृति ईरानी को मैदान में उतार कर राहुल गांधी को उनके गढ़ में ही घेरने की व्यूह रचना बनाई है। भाजपा की रणनीति है कि स्मृति के मार्फत राहुल को यहां ऐसे घेरा जाए कि वे अमेठी से बाहर निकलने की कम ही सोच सकें। और खास कर ऐसे वक्त में जबकि बसपा ने भी यूपी में महागठबंधन की भावनाओं को धता बताते हुए अमेठी से अपना उम्मीदवार उतारने को ऐलान कर दिया हो। ऐसे में कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं की राय है कि राहुल को कर्नाटक की किसी सीट से चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि गांधी परिवार के ’कम बैक’ के लिए कर्नाटक का संसदीय इतिहास अब तक सबसे मुफीद रहा है। इंदिरा गांधी की वापसी भी चिकमगलूर से हुई तो सोनिया गांधी जब बेल्लारी जीत कर आई तो कांग्रेस को मजबूती मिली। वहीं राहुल गांधी दो सीटों से चुनाव लड़ने के आइडिया के खिलाफ बताए जाते हैं, उनका मानना है कि दो सीटों से चुनाव लड़ना समय और पैसों की बर्बादी है। |
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